Wednesday, 12 December 2018

Bismillah ||Bismillah ki barkat

Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat


             बिस्मिल्लाहिररहमनिर्रहीम की फ़ज़ीलत


  1.     हर अहम काम  बिस्मिल्लाह से शुरू करना चाहिए




हजरत अबू हुरैरा से रिवायत है कि सरकारे मदीना सलाला हो ताला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो भी अहम काम बिस्मिल्लाह के साथ शुरू नहीं किया जाता वह अधूरा और ना मुकम्मल रह जाता है

हर नेक और जायज काम बिस्मिल्लाह पढ़कर शुरू करना चाहिए अलबत्ता हराम और नाजायज कामों से क ब्लू बिस्मिल्लाह हरगिज़ हरगिज़ ना पड़ी जाए बल्कि फतवा अलमगीरी में है शराब पीते वक्त जिना करते वक्त जुआ खेलते वक्त या चोरी करते वक्त बिस्मिल्लाह कहना कुफ्र है




              फरिश्ते नेकिया लिखते रहते हैं


  1. सरकार  मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया जब तुम बुजु करो तो बिस्मिल्लाह कह लिया करो इसका असर यह होगा कि जब तक तुम्हारा बुजु बाकी रहेगा उस वक्त तक तुम्हारे फरिश्ते यानी कि रामन काते बीन तुम्हारे लिए बराबर  नेकियां  लिखते रहेंगे



                     बख्शीश का परवाना



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Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat



हजरत अली रजि अल्लाह ताला अनु से रिवायत है एक शख्स ने बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम को बड़ी उम्मीद की  और खूबी से पड़ा उसकी बक्शीश हो गई हजरत अनस रजि अल्लाह ताला अनु से रिवायत है कि सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वाले वसल्लम ने फरमाया जो शख्स अल्लाह की तालीम के लिए उम्दा शक्ल में बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम तहरीर करेगा अल्लाह उसे बक्श देगा



     बिस्मिल्लाह की बरकत की अजीबोगरीब हिकायत


Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat



एक बुजुर्ग बिस्मिल्लाह शरीफ के फजैल बयान फरमा रहे थे एक यहूदी लड़की भी उस इस्तेमा में मौजूद थी फस जाए ले बिस्मिल्लाह सुनकर वह बेहद मुतासीर हुई और इस्लाम कुबूल कर लिया उसी वक्त से उस लड़की की जबान पर बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम का विद जारी हो गया हर वक्त उठते बैठते सोते जागते चलते-फिरते बिस्मिल्लाह का जिक्र जारी था इस वजह से लड़की के मां-बाप उससे बहुत नाराज रहने लगे और उसको तरह-तरह की तकलीफें देने इस कोशिश में लग गए की लड़की पर कोई इल्जाम आ जाए और लड़की को कत्ल करा दें चुनांचे उस लड़की के बाप ने जो बात चाय वक्त का वजीर था!


1 दिन बादशाह की मोर की अंगूठी जो उसके पास रहती थी अपनी लड़की के सुपुर्द कर दी उसने बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़कर अंगूठी लेकर जेब में डाल ली रात को जब वह लड़की सो गई तो उसके बाप ने अंगूठी उसकी जेब से निकाल कर दरिया में डाल दी!

एक मछली ने वह अंगूठी निगल ली सुबह को एक माह एक माही गिल ने जाल डाला इत्तेफाक से वही मछली जाल में फस गई शिकार ने ला शिकारी ने लाख वजीर साहब को पेश कर दी वहीं ने मछली लड़की को पकाने के लिए दे दी लड़की ने बिस्मिल्लाह कहकर मछली मछली और बिस्मिल्लाह कर जो उसका पेट साफ किया!

तो वह अंगूठी मछली के पेट से निकली उसने बिस्मिल्लाह पढ़ कर फिर जेब में रख ली Nऔर मछली पका कर बाप के आगे रख दी खाना खाने के बाद जब दरबार का वक्त आया बाप ने लड़की से अंगूठी तलब की अंगूठी जेब से निकाल कर दे दिया बाप वाक्य देख कर हैरान हो गया इस तरह लड़की के कत्ल का मंसूबा धरारह गया और अल्लाह के फसलों करम से बिस्मिल्लाह की बरकत से लड़की को कत्ल से महफूज रखा


                गुनाहगार की बख्शीश हो गई


एक गुनाहगार को मरने के बाद किसी ने ख्वाब में देखा और पूछा अल्लाह ताला ने तेरे साथ क्या मामला किया उसने जवाब में कहा 1 दिन में एक मदरसे की तरफ से गुजर रहा था एक पढ़ने वाले ने बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पड़ी उसे सुनकर मेरे दिल में अल्लाह ताला के नाम की शेरनी मिठास ने असर किया और उसी वक्त मैंने सुना कि कोई कहने वाला कह रहा है हम दो चीजों को जमाना करेंगे अल्लाह के नाम की इज्जत और मौत की तल्खी फिर मरने के बाद पता चला कि अल्लाह ताला ने मुझे बक्श दिया


यानी अल्लाह ताला की रहमत वहां की मतलब नहीं करती बल्कि अल्लाह ताला की रहमत तो बहाना तलाश करती है की आ जावे कब्र से रिहाई!
Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat


               वालीदैन की अजाबे कब्र से रिहाई


सरत उल इस्लाम में है कि अगर कहीं जमीन पर कोई ऐसा कागज पड़ा हो जिसमें बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम लिखी हुई हो और कोई शक अदब की वजह से उस कागज को उठा ले तो अल्लाह ताला उस शख्स को अपने दोस्तों में दाखिल करेगा और उसके मां-बाप को अजाबे कब्र से निजात देगा और उसको शहीदों के जुमले में कयामत के दिन उठाएगा।



बदकिस्मती  से आजकल अमूमन अखबार  वह इश्तिहार वगैरह में बिस्मिल्लाह तहरीर होती है और हमारे भाई से चंद सिक्कों की खातिर बड़ी लापरवाही से इन्हें रद्दी  में फरोख्त कर देते हैं गंदी नालियों तक में इस किस्म के अखबार आत नजर आते हैं!

काश आयते मुकद्दर का अदब हमें नसीब हो जाता मेरे जिंदादिल भाइयों वाराही कर्म  अखबार आत को चंद सिक्को की खातिर रद्दी में फरोख्त करने के बजाय समुंद्र में ठंडा कर दिया करें और मेरे ताजिर भाइयों आप भी अल्लाह ताला और अपने प्यारे महबूब सल्लल्लाहु ताला अलेही वसल्लम की मोहब्बत अजमत  की खातिर अखबार आत की पुड़िया इस्तेमाल करने से गुरेज करते रहें अल्लाह ताला आपके अदब का आपको जरूर सिला अता फरमाए बा अदब बा नसीब बे अदब बदनसीब नसीब।

                   
                         हैरतअंगेज जामी यत


अल्लाह ताला ने बाज अंबिया अलैहिस्सलाम पर सहाइफ और कुतुब नाजिल फरमाया है जिनकी तादात 104 है इनमें से 60 सहीफे से हजरत ए सैयदना शोएब अलैहिस्सलाम पर 30 हजरत सैयदना इब्राहिम खलीलुल्लाह अली सलातो सलाम पर 10 सहीफे हजरत मूसा कलीमुल्लाह असला तो बस सलाम पर तौरेत शरीफ नाजिल होने से कव ल नाज़िल हुए और चार बड़ी किताबें नाजिल हुई।



1- तौरत शरीफ सैयद होना मूसा कलीमुल्लाह अलैहे सलातो अस्सलाम पर



2- ज़बूर शरीफ हजरत ए सैयदना दाऊद अलैहीस सलातो अस्सलाम पर



3- इंजील मुकद्दस हज़रते सैयद ओ न ईसआ अलैहि सलतुबस्सलाम पर



4- कुरान ए मजीद ताजदार ए मदीना हजरत सैयदना मोहम्मद ए मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम पर नाजिल हुआ इन तमाम किताबों और जुमला साहिब का मतन और मजामीन कुरान  ए मजीद में मौजूद है और सारे कुरान का मजमून सूरह फातिहा में मौजूद है और सूरह फातिहा का सारा मजमून बिस्मिल्लाह शरीफ में मौजूद है और बिस्मिल्लाह शरीफ का सारा मजमून बिस्मिल्लाह के हर्फ बे  में मौजूद है।
               
                           दुबला पतला शैतान



Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat


हजरत अबू हुरैरा रजि अल्लाहु ताला अन्हा फरमाते हैं कि एक मर्तबा एक मुसलमान और एक काफिर के शैतान में मुलाकात हुई काफिर का शैतान खूब मोटा ताजा बदन पर कपड़े पहने और सर पर तेल लगाए हुए था जबकि मोमिन का शैतान दुबला पतला गंदा और नंगे सर था काफिर के शैतान ने मोमिन के शैतान से पूछा भाई तुम्हारी यह हालत क्यों है!

उसने जवाब दिया मैं एक ऐसे मर्द ए खुदा के साथ हूं जो खाना खाते हुए बिस्मिल्लाह पढ़ लेता है इसी वजह से मुझे  भूखा रहना पड़ता है और जब वह पानी या कोई और चीज पीता है तो उसका आगज़ भी बिस्मिल्लाह से करता है इसी वजह से मुझे प्यासा रहना पड़ता है सर पर तेल लगाते ए वक्त भी वह बिस्मिल्लाह का ब्रिद करता है!

इसलिए मैं नंगा सर रहता हूं लिबास पहनते वक्त भी वह बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़ लेता है इसकी बदौलत में नंगा रह जाता हूं काफिर के शैतान ने कहा मैं एक ऐसे शख्स पर मुसल्लत हूं जो किसी काम में बिस्मिल्लाह नहीं पड़ता इसीलिए मैं खाने-पीने और दिगर उम्रर में शरीक हो जाता हूं ।


इस हीकायत से हमें यह दरस  मिलता है कि अगर हम खैरो बरकत चाहते हैं तो हर ने काम की आगज़ में बिस्मिल्लाह पढ़ा करें मसूर थे बिगर हमारे हर फेल में शैतान लाइन शरीक हो जाता है।



                              खौफनाक सांप


Bismillah ||Bismillah ki barkat
Bismillah ||Bismillah ki barkat


हजरत सय्यद ऊ न ई सआ रूहुल्लाह सलातो वसलाम का एक शख्स पर गुजर हुआ जो बड़े खौफनाक सांप का शिकार करने की कोशिश कर रहा था उस सांप ने अर्ज किया कि या नबी अल्लाह इस से फरमा दीजिए कि मुझ में बड़ा कातिल जहर है आपने उसको मना किया मगर वह ना माना फिर दोबारा हजरत सैयदना ईसार रूहुल्लाह सलातो सलाम का उसी मकान पर गुर्जर हुआ!


 उस वक्त आप ने फरमाया  शकस  क्या तू ने सांप को पकड़ लिया यह फरमा कर जूही सांप की तरफ नजर कि उसने मारे शर्म के अपना सर अपनी दुम के नीचे छुपा लिया और कहने लगा कि रुलाउल्लाह यह मुझ पर अपने कूवत से ग़ालिब नहीं आया बल्कि बिस्मिल्लाह रहमान रहीम की बदौलत ग़ालिब आया बिस्मिल्लाह ने मेरा जहर बातिल  कर दिया है।


   
                          दस हज़ार नेकिया 


हजरत अबू बकर सिद्दीक रजि अल्लाह ताला अन्हा से रिवायत है कि सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला वसल्लम का फरमान आलीशान है कि जो शख्स एक मर्तबा बिस्मिल्लाह शरीफ पड़ता है अल्लाह ताला उसके नमेंअमल में 10,000 नेकिया  लिखता है उसकी 10000 बुराइयां मिटा देता है और 10000दर्जे बुलंद कर देता है।

                   

                            76000 नेकिया



हजरत इब्ने मसूद रजा अल्लाह तला अन्हू से रिवायत है कि ताजदार ए मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया कि जो बिस्मिल्लाह शरीफ पड़ेगा उसके लिए हर हर्फ़ के बदले में चार चार हजार नेकिया लिखी जाएंगी और चार चार हजार गुनाह बक्शे जायेंगे और 4000 दर्जे बुलंद किए जाएंगे।


                               उन्नीस हर्फ़


बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम में 19 हर्फ़ है और दोजक पर अज़ाब के फरिश्ते भी 19 है बस उम्मीद है कि उसके एक एक हर्फ़  की बरकत से 1  -1 फरिश्ते का अज़ाब दूर हो जाए दूसरी खूबी यह भी है कि दिन रात में 24 घंटे हैं दिन में से 5 घंटे 5 नमाज होने के लिए हैं और 19 घंटों के लिए बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम के 19 हर्फ़ अता फरमाए गए जो बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम का विरद  करता रहे!


 इंशाअल्लाह उसका हर घंटा इबादत में शुमार होगा और हर घंटे के गुनाह माफ होंगे एक मर्तबा सैयदना खालिद बिन वालिद रदीअल्लाहओ ताला अन्हा से कुछ मजूसियो ने अर्ज किया कि आप रदिअल्लाह ताला अनुह हमें कोई ऐसी निशानी बताइए कि जिससे हम पर इस्लाम की हक्कानीअत वाज़े हो चुना चे आप रदिअल्लाह ताला ने ज़हर  है!

कातिल मंगवाया और बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ कर पीलिया बिस्मिल्लाह शरीफ की बरकत से उस जहर ए कातिल ने आप पर कोई असर न किया यह मंजर देख कर मजूशी यानी आतिश परस्त वे सकता पुकार उठे दीन इस्लाम हक है दीन इस्लाम हक है।


जहन्नम के उन्नीस तबकात से निजात पाने का आसन तरीका




बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम में 19 अर्फ है दोज़ख के तबकात भी उन्नीस है  जो शख्स एक बार बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ लेगा वह इन सब तबकते जहन्नम से निजात पाएगाव।

                         

                           दोज़ख से आजादी


एक अरब ने सरकारे मदीना सल्लल्लाहो ताला अलेही वाले वसल्लम की खिदमत में अऱज़ की या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला अलैहिवसल्लम मैं बड़ा गुनाहगार हूं आप मेरे लिए बक्शीश की दुआ फरमाएं!


सरकारे मदीना से सल्लाहुअलैहिबसल्लिम ने फरमाया बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ा करो तो अल्लाह तेरे गुनाहों को बख्श देगा व्हो अरबी मुतासिर होकर कहने लगा बस इतना ही या रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो ताला अलेही वाले वसल्लम आपने फरमाया जो मुसलमान मर्द या औरत सच्चे दिल और यकीन के साथ बिस्मिल्लाह शरीफ पड़ा करेगा तो अल्लाह ताला अपने फैसलों कर्म से उस बंदे को दोज़ख से आज़ाद कर देगा।


                     


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