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Tuesday, 25 December 2018

Goos-e-azam live naat || live naat goos_e_azam mazar shareef 2018



Goos-e-azam live  naat || live naat goos_e_azam mazar shareef 2018

अस्सलाम वालेकुम व रहमतुल्ला हे व बरकातहू

गौसे आजम के बचपन की करामात


एक मर्तबा गौसे आजम  पढ़ाई के सिलसिले से सफर के लिए रवाना हुए रास्ते में काफिले पर डाकू ने हमला किया डाकू ने सारा माल लूट लिया सारा काफिला लुट गया एक छोटा बच्चा खामोश एक तरफ खड़ा हुआ था उन डाकुओं में से एक डाकू ने उस छोटे बच्चे से पूछा हंसते हुए बोला क्या तुम्हारे पास कुछ है तो उस छोटे बच्चे ने फरमाया जी हां मेरे पास 40 सोने की अशरफिया है वह और जोर से हंसा और बोला इतने छोटे बच्चे के पास इतने पैसे कहां से आएंगे तुम झूठ बोलते हो वह बच्चा बोला मैं झूठ नहीं बोलता और अपनी कमीज के अस्तर में से वह अशरफिया निकालकर डाकू के सामने पेश कर दी सभी डाकू हैरान रह गए इतने छोटे बच्चे ने 40 अशरफिया निकाल कर हमारे सामने रख दी और सच बोला डाकू के सरदार ने बच्चे से आकर पूछा कि तुम्हें डर नहीं लगता सभी अपना अपना माल छुपा रहे थे तो तुमने अपना छुपा हुआ माल हमें क्यों दे दिया क्यों बताया कि वह तुम्हारी कमीज के अंदर छुपा हुआ है तो उस बच्चे ने इरशाद फरमाया कि मेरे अम्मी ने चलते वक्त मुझसे कहा था कि बेटे झूठ कभी ना बोलना झूठ बोलने वाले से अल्लाह तबारक व ताला बेहद नाराज होता है बस इसी वजह से मैंने आपको सच बता दिया बच्चे कि इस बात को सुनकर सभी डाकू खामोश और हम जुदा हो गए वह सोचने लगे कि इतना छोटा बच्चा अपनी मां का इतना कहना मानता है और हम इतने बड़े होकर भी अल्लाह तबारक व ताला का कहना नहीं मानते और चोरी डकैती करते हैं वह बच्चा कोई और नहीं बल्कि शेख अब्दुल कादिर जिलानी रहमतुल्ला अलेह थे आप का चेहरा मुबारक कैसा था और आपकी बातें इतनी प्यारी थी आपकी ईमानदारी और सच्चाई को देखकर सभी डाकू मुसलमान हो गए और आपके हाथ पर बैठकर कर दी ने इस्लाम कुबूल किया और आइंदा के लिए तौबा कर ली।





गौसे आजम की शान में क्या बयान करूं मेरे पास अल्फाज ही नहीं कि मैं उसे आजम की शान में कुछ कह सकूं आप की शान निराली है वही ओके सुल्तान हैं आपसे जो भी सच्चे दिल से जो भी कुछ मांगता है आप बता फरमाते हैं आपका कोई शरीफ कुछ ही दिन पहले हुआ है यह उसकी वीडियो है जो मैं आपसे शेयर कर रही हूं एक वेस्टइंडीज जी और एक और लड़का बड़े ही प्यारे अंदाज में अली अली नात शरीफ पढ़ रहा है और क्या है वहां का नात पढ़ने का अंदाज यह भी आप देखेंगे इंडिया से काफी मुख्तलिफ है कुछ म्यूजिक सुनने कर बैठे हैं वह लोग और ना पढ़ रहे हैं और एक अलग ही अंदाज में झूम रहे हैं और पढ़ रहे हैं आप देखिए एक बार जरूर और जैसे मुझे पसंद आई उम्मीद करती हूं आपको भी जरूर पसंद आएगी या गौस अल मदद एक बार यह देख कर देखिए आपकी जिंदगी संवर जाएगी हर बिगड़ा काम बन जाएगा जिस काम में आप की हिम्मत भी ना वह काम भी हो जाएगा सिर्फ दिल से पुकारे या गौस अल मदद इंशा अल्लाह जरुर मदद होगी मेरा यकीन पक्का है और मेरी मदद हमेशा होती है गौसे आजम का जो मकाम है वह दुनिया में किसी भी वाली का नहीं अब वलियों के सरदार हैं आप का मजार शरीफ बगदाद में हैं इसीलिए आपको गोसे आजम बगदादी कहते हैं अल्लाह ताला से जो चाहते हैं जो भी चाहते हैं वह मांगते हैं नसीब में ना होने पर भी अल्लाह ताला आपकी बात कभी ना डालता है और आपको बता कर देता है जो आप ने मांगा आप अल्लाह ताला के प्यारे महबूब है जब हुजूर सल्ला वाले वसल्लम मेराज पर गए थे तो एक जगह ऐसी आई जहां जिब्रील अलैहिस्सलाम आगे नहीं जा सकते थे जिब्राइल अलैहिस्सलाम ने हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम ने फरमाया या रसूल अल्लाह इससे आगे मेरे जाने की हिम्मत नहीं आगे जाने पर मेरे पर जल जाएंगे इसलिए आगे आप को अकेले ही जाना होगा जब दूसरा लाली सुंदरम आगे बढ़े तो आगे एक नौजवान खूबसूरत शख्स मिला जिसने अपने कांधे पर हुजूर सल्ला वसल्लम के पैर मुबारक रखकर आपको आगे के रास्ते पर बढ़ाया जब हुजूर सल्ला वसल्लम कि अल्लाह तबारक व ताला से मुलाकात हुई तब अल्लाह तबारक व ताला ने इरशाद फरमाया ए मेरे मेहबूब क्या आप जानते हैं जिस शख्स ने आपको कांधे पर पांव रखकर आगे बढ़ाया वह कौन था आपने फरमाया नहीं तो अल्लाह तबारक व ताला ने बताया कि उनका  नाम अब्दुल कादिर है और यह आपकी आम में से होंगे जैसे नबियों में मैंने आपको यानी हुजूर सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम को सबसे आला मुकाम अता फ़रमाया है वैसे ही वलियों में सबसे आला मकाम मैंने अब्दुल कादिर को अता फ़रमाया है सुभान अल्लाह क्या शान है अब्दुल कादिर जिलानी की मैंने सोचा था कुछ ही लाइंस लिखूंगी पर पता नहीं नहीं चला कि इतना ज्यादा कैसे लिख दिया मेरे goos paak की शान है ही इतनी निराली कि लिखने वालों के अल्फ़ाज़ खत्म हो जाएंगे पर आप की शान लिख नहीं पाएगा।



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इस्लामिक नीलोफर अजहरी


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