" ". Murgi ka gosht halal hai ya haram malum karne ka sabse asan tareqa - Islamic nelofar azhari

Islamic nelofar azhari

2019 Islam Blog Best List. Find muslim blog, islamic websites, islamic sites, islam religion, islami blog, islamic history, islamic world and much more,google search ranking, quality & consistency of blog posts & Feedspot editorial teams review.

Islamic jankari

Sunday, 23 December 2018

Murgi ka gosht halal hai ya haram malum karne ka sabse asan tareqa

    Murgi ka gosht halal hai ya haram malum karne ka sabse asan tareqa 


Murgi ka gosht halal hai ya haram malum karne ka  sabse asan tareqa

मुसलमानों को यह जानना बेहद जरूरी है कि वह जो भी मीट खा रहे हैं वह हराम है या हलाल अल्लाह  ताला ने हर मुसलमान पर यह फर्ज किया है कि वह यह जान ले वह जो भी वह खा रहा है चाहे वह मुर्गी हो भैंस हो या मछली हो कुछ भी हो वह हलाल है या हराम यह जानना बेहद जरूरी है आजकल मुर्गी फॉर्म के मालिक मुर्गियों में बीमारियां फैलने की वजह से मुर्गियां सस्ते दामों में बेच देते हैं और और होटलों पर काम करने वाले लोग यानी जो लोग होटल चलाते हैं वह सस्ते दामों की वजह से बिना कुछ तफ्तीश किए वह माल खरीद लेते हैं और उसका खाना बनाकर लोगों को खिला देते हैं वह यह भी नहीं सोचते कि इससे उन के दीन पर असर पड़ेगा हर किसी को बस पैसा कमाने की पड़ी है मुसलमान होने के नाते यह जानना हमारा फर्ज बन जाता है कि यह गोश्त हलाल है या हराम हलाल और हराम गोष्टी पहचान करने के लिए इस वीडियो को देखें और अपनी लाइफ में जो प्रॉब्लम है उन्हें सॉल्व करें और आइंदा कभी भी हराम गोश्त ना खाएं अल्लाह ताला ने मुसलमान को पाके बनाया है और मुसलमान अपने आप को पाकी रखे अल्लाह पाक है और पाकी को पसंद फरमाता र्है


अगर आपको वीडियो पसंद है तो प्लीज चैनल को लाइक शेयर एंड सब्सक्राइब कीजिए और इस पोस्ट को भी लाइक कीजिए शेयर कीजिए सब्सक्राइब की जिए फिर दुआ में याद रखिएगा अगर आप लाइक करेंगे तो हमारा हौसला अफजाई होगा और हम पोस्ट और बनाएंगे वरना हमैं लगता है आपको पसंद नहीं आ रही है और हमारा बनाने का मन नहीं करता तो प्लीज लाइक जरूर कीजिए और कमेंट भी कीजिए आपके कॉमेंट्स में पता चलेगा कि आपको क्या चाहिए और आपको जो भी टॉपिक चाहिए आप मुझे बता सकते हैं कमेंट बॉक्स में जाकर उसी टॉपिक पर पोस्ट जनरेट करूंगी इंशाल 
(Islamic Nilofer azhari)

No comments:

Post a Comment